तन्हा, तन्हा…

चांद तन्हा, सितारे तन्हा
ये आसमां भी तन्हा तन्हा है…
छत तन्हा, दिवारे तन्हा
ये मकान भी तन्हा तन्हा है…
ख्वाब तन्हा, अश्क तन्हा
ये तन्हाई भी तन्हा तन्हा है…
तु तन्हा, मैं तन्हा
ये रिश्ते भी तन्हा तन्हा है…
सांस तन्हा, जींदगी तन्हा
ये मौत भी तन्हा तन्हा है…

एकता देसाई

4 Responses to “तन्हा, तन्हा…”

  1. very good…nice…me read all…thats fine. good

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